शनिवार, 26 मई 2007

ये दूरियाँ......

ये दूरियाँ मुझको तेरे नजदीक लातीं हैं ,
 ये जिन्दगी क्या है तेरे बिन ये बतातीं हैं,
 तू है मेरी और ... सिर्फ मैं तेरे लिए हूँ ,
 इस जगत में मैं अकेला ही नही हूँ ,
 इस कथन का विश्वास ये मुझको कराती  हैं ,
 ये दूरियाँ मुझको तेरे नजदीक लातीं हैं ,
ये दूरियाँ मुझको तेरे नजदीक लातीं हैं ,
 ये जिन्दगी क्या है तेरे बिन ये बतातीं हैं ,
 सुन प्यार करना है ,तुझको बहुत जाना ... 
 और वक़्त कम है ... 
 इस वक़्त का अहसास , ये मुझको कराती हैं ..... 
 ये दूरियां मुझको तेरे नजदीक लातीं हैं , 
 यह ज़िन्दगी क्या है तेरे बिन ,ये बताती हैं,

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