वायु -सैनिक नाम अपना ,
राष्ट्र -रक्षा धर्म अपना .
वायु में जब भी उड़े हैं-
नभ की छाती चीर दी है -
अपनी नज़रें तीर -सी हैं.
यान का ध्वनि-नाद सुन कर ,
गूँज उठती हैं दिशाएँ ,
थर-थरातीं हैं जमीं-
मत छुओ एक आग हम हैं.
है कसम माँ भारती की,
युद्ध से डरते नहीं हम.
जो भी हम को छेड़ता है-
छोड़ते उस को नहीं हम.
है हमारा एक सपना ,
देश हो सर्वग्र अपना .
वायु सैनिक नाम अपना,
राष्ट्र रक्षा धर्म अपना.
स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभ-कामनाएँ -
है कसम माँ भारती की,
युद्ध से डरते नहीं हम.
जो भी हम को छेड़ता है-
छोड़ते उस को नहीं हम.
है हमारा एक सपना ,
देश हो सर्वग्र अपना .
वायु सैनिक नाम अपना,
राष्ट्र रक्षा धर्म अपना.
स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभ-कामनाएँ -
एक हिन्दुस्तानी को-एक हिन्दुस्तानी की ओर से
its very nice nd courageble poem
जवाब देंहटाएंand its like a messege for our enemies... bach ke rahna ....
its very nice poem ...........
जवाब देंहटाएंand like a messege for our enemies...
bachke rahna ....
We touch the sky with glory.
जवाब देंहटाएंbaht hi accha . beautiful.
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