मैंने जीवन को समझ लिया ,
यह चलती -फिरती छाया है।
जो मिला हमें वह अपना है ,
जो नही मिल तो माया है।
है कौन जान सका हमको ,
वह भी तो नहीं जो साया है।[साया- जीवन साथी ]
हैं बहुत अपेक्षा जीवन से ,
बस थोडा अब तक पाया है।
यह चलती -फिरती छाया है।
जो मिला हमें वह अपना है ,
जो नही मिल तो माया है।
है कौन जान सका हमको ,
वह भी तो नहीं जो साया है।[साया- जीवन साथी ]
हैं बहुत अपेक्षा जीवन से ,
बस थोडा अब तक पाया है।
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